Pashankaal Important Questions (पाषाणकाल महत्वपूर्ण प्रश्न )
पाषाणकाल महत्वपूर्ण प्रश्न
- मानव जीवन की लिखित घटनाओं को कहा जाता है- इतिहास
- इतिहास का पिता कहा जाता है- हेरोडोटस
- जिस काल की घटनाओं एक कोई लिखित प्रमाण प्राप्त नहीं होता है, उसे कहा जाता है- प्रागैतिहासिक काल
- मानव द्वारा प्रयुक्त सर्वप्रथम अनाज था- जौ
- पुरालेखशास्त्र को कहा जाता है- एपिग्राफी
- मनुष्य का उद्भव स्थान माना जाता है- अफ्रीका
- भीमबेटका के गुफा चित्र किस राज्य में स्थित हैं- मध्यप्रदेश में
- मनुष्य के जीवाश्म कहलाते हैं- फॉसिल्स
- भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग का मुख्यालय स्थित है- 24 जनपथ मार्ग, नई दिल्ली
- भारत में मानव के जिस रूप के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं, उसे कहा जाता है- रामापिथेकस
- लंबवत पुरातात्विक उत्खनन के द्वारा किसी संस्कृति के जिस पक्ष का ज्ञान होता है- संस्कृति के काल मापन का
- भारत की प्रथम पुरापाषाण कालीन संस्कृति की खोज प्रारम्भ की थी- रोबर्ट ब्रूस फूट ने
- भारत में किस स्थान से पुरापाषाण कालीन अवशेष प्राप्त हुए हैं- पटने , महाराष्ट्र से
- पुरापाषाण काल के मानव संभवतः जिस प्रजाति के थे- निग्रेटो प्रजाति के
- परिस्कृत औजारों का युग माना जाता है- उच्च पुरापाषाण काल
- मध्य पुरापाषाण काल को अन्य जिस नाम से भी जाना जाता है- फलक संस्कृति के नाम से
- आधुनिक मानव के अस्तित्व का काल है- उच्च पुरापाषाण काल
- मध्य पुरापाषाण काल के हथियार कहलाते हैं- माइक्रोलिथ / लघुपाषाण
- मध्य पुरापाषाण काल को फलक संस्कृति नाम दिया था- एच. डी. संकालिया ने
- सर्वप्रथम तीर-कमान का विकास जिस काल में हुआ था- मध्य पुरापाषाण काल में
- मध्य पुरापाषाण काल के गुफा चित्रों में सर्वाधिक चित्रकारी मिलती है- हिरन की
- नवपाषाण काल के सर्वप्रथम प्रमाण जिस स्थान से प्राप्त होते हैं- लिंगसगुर से (मैसूर समीप )
- नवपाषाण काल के लिए नियोलिथिक शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग किया था- सर जॉन लुबाक ने 1865 में
- मानव द्वारा प्रयुक्त सर्वप्रथम अनाज जौ को अन्य जिस नाम से भी जाना जाता था- यव
- कश्मीर के दो महत्वपूर्ण नवपाषाण कालीन स्थल हैं- बुर्जहोम तथा गुफकराल
- गर्त निवास का साक्ष्य मिलता है- बुर्जहोम से
- ताम्रपाषण कालीन गेंहू, दाल और धान की खेती के प्रमाण किस स्थान से प्राप्त हुए हैं- नवदाटोली से
- नवदाटोली का उत्खन्न किया था- एच. डी. संकालिया ने
- प्रमुख ताम्रपाषाणिक संस्कृतियाँ हैं- मालवा संस्कृति, जोर्वे संस्कृति, आहड़ संस्कृति, कायथा संस्कृति, रंगपुर संस्कृति
- पहिये का आविष्कार सर्वप्रथम जिस काल में हुआ था- नवपाषाण काल में
- आदिम मानव ने स्थायी बसावट जिस प्रारम्भ की थी- नवपाषाण काल में
- पहली बार पाषाणकालीन औजार जिस स्थान प्राप्त हुए थे- रायचूर, कर्नाटक से
- आदिम मानव का सर्वप्रथम औजार माना जाता है- हस्तकुठार
- भारतीय पुरातत्व का जनक माना जाता है- अलेक्जेंडर कनिंघम को
- ताम्र पाषाणिक काल का अन्य नाम है- चालकोलिथिक
- ताम्र पाषाणिक काल की सबसे बड़ी बस्ती मिली है- इनामगांव, महाराष्ट्र से
- मध्य पुरापाषाण काल के अस्तित्व की पुष्टि हुई है- मॉस द अजिल, फ़्रांस से
- मृतक संस्कार तथा अग्नि का प्रयोग किया जाने लगा था- मध्य पुरापाषाण काल में
- मध्य पाषाणिक सन्दर्भ में वन्य धान का प्रमाण प्राप्त होता है- चोपानी माण्डो से
- वह एकमात्र नवपाषणिक स्थल जहाँ से चावल/धान का प्रमाण प्राप्त होता है- कोल्डिहवा
- प्राचीनतम कलाकृतियों का प्रमाण सम्बंधित है- उच्च पुरापाषाण काल से
- पशुपालन सर्वप्रथम प्रारम्भ हुआ था- मध्य पाषाण काल में
- खद्दानों की कृषि सर्वप्रथम जिस काल में प्रारम्भ हुई थी- नवपाषाण काल में
- दक्षिण भारत की महापाषाणिक समाधियाँ जिस काल से सम्बंधित हैं- लौह काल से
- वह नवपाषणिक स्थल जहाँ से राख का टीला प्राप्त हुआ है- संगम कल्लू, कर्नाटक से
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